दांतों में कैविटी लगने के क्या कारण हैं। दांतों की कैविटी कम करने के अचूक घरेलू नुस्खे।


दांतों में कैविटी लगने के कई कारण हो सकते हैं।आईए जानते हैं इस पोस्ट में की दांतों में कैविटी लगने के क्या कारण है और उनके लिए कौन से वह अचूक घरेलू नुस्खे हैं जिससे हम दांतों की कैविटी को कम कर सकते हैं।



 खराब मुंह की सफाई 

दांतों की नियमित रूप से सफाई न करना फ्लॉसिंग न करना दांतों में कैविटी लगने का एक आम कारण है। इतना ही नहीं हमारे दांतों में फंसे हुए भोजन के कण और बैक्टीरिया दांतों की सतह पर जमा होकर एसिड बनाते हैं जो दांतों को काफी नुकसान पहुंचाते है। इसलिए हमें चाहिए कि नयमित रूप से रात में ब्रश करके सोए इससे होगा यह कि हमारे में दांतों फंसे हुए भोजन ब्रश करने से निकल जाएंगे ।और कैविटी का खतरा थोड़ा कम होगा।


 फ्लोराइड की कमी।


फ्लोराइड  हमारे दांतों को मजबूत बनाने और कैविटी से बचाने में काफी मदद करता है।यदि हमारे पीने के पानी में फ्लोराइड की कमी होती है, तो दांतों में कैविटी लगने का खतरा बढ़ जाता है।



चीनी और कार्बोहाइड्रेट्स मीठे वगैरह का अधिक सेवन।


चीनी और कार्बोहाइड्रेट्स का अधिक सेवन करने से या मिठाई खाने से दांतों में कैविटी लगने का खतरा बढ़ जाता है। जब हम चीनी और कार्बोहाइड्रेट्स का सेवन करते हैं, तो हमारे मुंह में मौजूद बैक्टीरिया इसे एसिड में बदल देते हैं जो दांतों को काफी नुकसान पहुंचाता है।



 दांतों की सरचना।


कुछ लोगों के दांतों की संरचना ऐसी होती है जो कैविटी के प्रति अधिक संवेदनशील होती है।यदि दांतों की सतह पर गड्ढे या या बड़े छोटे दांत हो या दरारें होती हैं, तो बैक्टीरिया और भोजन के कण इनमें जाकर जमा होकर कैविटी का कारण बन सकते हैं।



उम्र। 


उम्र बढ़ने के साथ दांतों में कैविटी लगने का खतरा बढ़ जाता है।
जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, हमारे दांतों की सतह पर जमा हुए बैक्टीरिया और एसिड के प्रभाव से दांतों की संरचना कमजोर हो सकती है। लेकिन आजकल की जीवन शैली में ऐसा तो बिल्कुल भी नहीं अब तो छोटे बच्चों को भी दांतों में कैविटी लगती है गलत खान पान गलत लाइफस्टाइल इन सब की वजह से भी दांतों में कैविटी लगने का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है।


दांतों की कैविटी काम करने के लिए क्या है वह अचूक घरेलू नुस्खे ।

दांतों की कैविटी को कम करने के लिए कई घरेलू नुस्खे हैं।



नमक और पानी का घोल।

एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच नमक मिलाएं इस घोल से अपने मुंह को कुल्ला करें।
नमक में एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं जो दांतों की कैविटी को कम करने में मदद कर सकते हैं।


तुलसी।

 तुलसी की पत्तियों को चबाएं या तुलसी के पानी से मुंह को कुल्ला करें।तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जो दांतों की कैविटी को कम करने में काफी मदद कर सकते हैं।


 लौंग।

लौंग को दांतों के बीच में रखें यह हल्के हल्के चबाते रहें।लौंग के तेल से दांतों की मालिश करें।लौंग में एंटी-बैक्टीरियल और दर्द निवारक गुण मौजूद होते हैं जो दांतों की कैविटी को कम करने में काफी मदद कर सकते हैं।



नीम।

नीम की पत्तियों को चबाएं या नीम के पानी से मुंह को कुल्ला करें।नीम में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जो दांतों की कैविटी को कम करने में काफी मदद कर सकते हैं।


इतना ही नहीं अगर आपके दांतों में कैविटी कि अधिक समस्या है तो आप अपने दंत चिकित्सक से मिल सकते है। और रोजाना नियमित रूप से रात को सोते टाइम ब्रश जरूर करके सोए।


पूरा पोस्ट पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।