इस भयंकर गर्मी में बच्चों को डायपर रैशेज से कैसे बचाएं
गर्मी का मौसम छोटे बच्चों के लिए वैसे ही मुश्किल होता है, ऊपर से अगर डायपर रैशेज हो जाएं तो उन्हें और तकलीफ होने लगती है। डायपर रैशेज में बच्चे की स्किन लाल, जलन भरी और कभी-कभी छाले जैसी भी हो सकती है। आइए जानते हैं इस भयंकर गर्मी में अपने नन्हे-मुन्नों को डायपर रैशेज से बचाने के आसान और असरदार तरीके।
1. डायपर बार-बार बदलें
गर्मी में पसीना और नमी जल्दी-जल्दी बढ़ जाती है। अगर डायपर गीला या गंदा हो गया है तो उसे तुरंत बदल दें। कोशिश करें कि 2-3 घंटे से ज्यादा एक ही डायपर न लगाएं।
2. डायपर फ्री टाइम दें
दिन में कुछ समय बच्चे को बिना डायपर के रहने दें। इससे स्किन को हवा लगती है और नमी कम होती है, जिससे रैशेज का खतरा घट जाता है।
3. हल्का और सॉफ्ट कपड़ा इस्तेमाल करें
अगर कपड़े का नैपी या डायपर कवर यूज़ कर रहे हैं, तो कॉटन या मुलायम कपड़ा चुनें। ये पसीना सोख लेते हैं और स्किन को ठंडक देते हैं।
4. स्किन को साफ और सूखा रखें
हर बार डायपर बदलते समय गुनगुने पानी और नरम कपड़े या बेबी वाइप से स्किन साफ करें। फिर हल्के-से थपथपाकर सुखाएं। ध्यान रहे, रगड़ें नहीं।
5. डायपर रैश क्रीम लगाएं
हर डायपर बदलने के बाद बच्चे की स्किन पर जिंक ऑक्साइड वाली डायपर रैश क्रीम की पतली परत लगाएं। ये स्किन पर प्रोटेक्शन लेयर बनाती है।
6. ज्यादा टाइट डायपर न पहनाएं
डायपर अगर बहुत टाइट है तो स्किन को हवा नहीं लग पाएगी और रैशेज जल्दी हो जाएंगे। हमेशा सही साइज का डायपर चुनें।
7. गर्मी में सही डायपर चुनें
बहुत मोटे या भारी डायपर गर्मी में ज्यादा पसीना पैदा करते हैं। हल्के और ज्यादा एब्जॉर्बेंट वाले डायपर का इस्तेमाल करें।
8. बच्चे के खाने पर ध्यान दें
गर्मी में बच्चे को ज्यादा पानी और लिक्विड दें। अगर बच्चा सॉलिड खाना खा रहा है तो तीखा, मसालेदार या बहुत खट्टा खाना देने से बचें, क्योंकि ये भी स्किन पर असर डाल सकता है।
9. अगर रैशेज बढ़ रहे हों तो डॉक्टर से मिलें
अगर 2-3 दिन में रैशेज ठीक नहीं हो रहे, बहुत लाल हो रहे हैं या उसमें पस आ रहा है, तो तुरंत पेडियाट्रिशियन से सलाह लें।
निष्कर्ष
गर्मी के मौसम में डायपर रैशेज से बचना मुश्किल नहीं है, बस थोड़ी देखभाल और समय-समय पर डायपर बदलने की आदत डालें। प्यार और ध्यान से आप अपने बच्चे को इस परेशानी से बचा सकते हैं।