लवलीना बरगोहाइँ भारतीय बॉक्सर हैं जिन्होंने अपने कौशल के कारण देश और दुनिया में पहचान बनाई है। भारत की मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने पहली बार महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। उन्होंने आस्ट्रेलिया की कैटलिन पाकर को 5-2 से हराकर पहली बार वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल पर कब्जा किया है उन्होंने 70-75 किलोग्राम भार वर्ग में देश को स्वर्ण पदक दिलाया है।
व्यक्तिगत जीवन
उनका जन्म 2 माई 1998 को असम के गोलागहाट जिले में हुआ था। उन्होंने बॉक्सिंग की शुरुआत 13 साल की उम्र में की थी। लवलीना ने अपने कैरियर के दौरान कई महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में हिस्सा लिया है। उन्होंने अपने बॉक्सिंग करियर में कुल 23 मेडल जीते हैं जिसमें 12 गोल्ड मेडल शामिल हैं। 2021 टोक्यो ओलंपिक में, लवलीना ने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए महिलाओं के मध्यवर्ती भारीवेट बॉक्सिंग श्रेणी में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। यह भारत के लिए इस कैटेगरी में पहला ओलंपिक मेडल है। लवलीना बरगोहाइँ एक बहुत ही जीवंत, प्रेरणादायक और महान व्यक्तित्व हैं जिन्होंने अपने कौशल और मेहनत के जरिए बॉक्सिंग के क्षेत्र में बड़ी पहचान बनाई है।
पेशेवर उपलब्धियां
लवलीना बरगोहाइँ की उपलब्धियों में निम्नलिखित शामिल हैं:
- ओलंपिक में महिलाओं के मध्यवर्ती भारीवेट बॉक्सिंग श्रेणी में ब्रॉन्ज मेडल जीता (2021)
- एशियाई खेलों में महिलाओं के मध्यवर्ती भारीवेट बॉक्सिंग श्रेणी में सिल्वर मेडल जीता (2019)
- विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में महिलाओं के मध्यवर्ती भारीवेट बॉक्सिंग श्रेणी में ब्रॉन्ज मेडल जीता (2019)
- इंडियन ओपन इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीता (2020)
- फेमस इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में सिल्वर पदक जीता (2021) 2018
- कॉमनवेल्थ गेम्स में महिलाओं के मध्यवर्ती भारीवेट बॉक्सिंग श्रेणी में स्वर्ण मेडल जीता
इसके अलावा, लवलीना ने कई अन्य अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंटों में भी मेडल जीते हैं।