गर्मी के मौसम में जहां हम लू और डिहाइड्रेशन जैसी समस्याओं से जूझते हैं, वहीं बच्चों को सर्दी-जुखाम होना एक आम परेशानी बन जाती है। लोग अक्सर सोचते हैं कि सर्दी-जुखाम तो ठंड के मौसम में होता है, लेकिन गर्मियों में एसी, ठंडी चीजों का अधिक सेवन और तापमान में अचानक बदलाव के कारण बच्चों को सर्दी-जुखाम जल्दी हो जाता है। ऐसे में जरूरी है कि माता-पिता बच्चों की सेहत का खास ख्याल रखें। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि गर्मी के दिनों में बच्चों को सर्दी-जुखाम से कैसे बचाया जा सकता है।
1. ठंडी चीजों का सीमित सेवन कराएं
बच्चे अक्सर आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक्स, और फ्रिज का ठंडा पानी पीना पसंद करते हैं, लेकिन इन चीजों का अधिक सेवन गले में खराश और सर्दी का कारण बन सकता है। कोशिश करें कि ये चीजें सीमित मात्रा में ही दी जाएं।
2. एसी का सही इस्तेमाल करें
गर्मी में एसी चलाना आम है, लेकिन ज्यादा ठंडा तापमान बच्चों की इम्यूनिटी को कमजोर कर सकता है। एसी का तापमान 24–26 डिग्री के बीच रखें और सीधे हवा बच्चों पर न पड़ने दें।
3. शरीर का तापमान संतुलित रखें
बच्चा जब बाहर धूप में खेलकर घर आए, तो तुरंत उसे ठंडी जगह पर ना ले जाएं और न ही तुरंत ठंडा पानी दें। शरीर का तापमान धीरे-धीरे सामान्य होने दें।
4. हाइजीन का ध्यान रखें
गर्मी में बैक्टीरिया और वायरस तेजी से पनपते हैं। बच्चों के हाथ बार-बार धोते रहें, खासकर खाने से पहले और बाहर से आने के बाद।
5. हाइड्रेशन बनाए रखें
बच्चों को भरपूर मात्रा में पानी, नींबू पानी, नारियल पानी या छाछ पिलाएं। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहती है और गला भी तर रहता है।
6. पौष्टिक आहार दें
बच्चों के भोजन में ताजे फल, हरी सब्जियां, दालें, दूध और सूखे मेवे शामिल करें। विटामिन C युक्त फल जैसे संतरा, नींबू, आंवला आदि इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं।
7. भीगने से बचाएं
बारिश या स्विमिंग पूल में भीगने के बाद बच्चे को तुरंत सूखे और साफ कपड़े पहनाएं। गीले कपड़ों में रहना सर्दी-जुखाम को न्योता दे सकता है।
8. पर्याप्त नींद जरूरी है
नींद की कमी से बच्चों की इम्युनिटी कमजोर होती है। हर दिन कम से कम 8–10 घंटे की नींद जरूरी है ताकि शरीर पूरी तरह से आराम कर सके।
9. धूल और प्रदूषण से बचाएं
गर्मी में धूल और प्रदूषण ज्यादा होता है। जब भी बच्चा बाहर जाए, तो मास्क पहनाएं और घर आने पर नहलाएं या चेहरा अच्छे से धोएं।
10. घरेलू उपाय अपनाएं
हल्दी वाला दूध, तुलसी-अदरक का काढ़ा और शहद जैसी घरेलू चीजें बच्चों को सर्दी-जुखाम से बचाने में मदद कर सकती हैं। लेकिन कोई भी घरेलू उपाय देने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
नोट :--
गर्मी के मौसम में बच्चों को सर्दी-जुखाम से बचाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन थोड़ी सी सावधानी और सही देखभाल से इसे आसानी से रोका जा सकता है। प्राकृतिक और पौष्टिक खानपान, सही हाइजीन और वातावरण का ध्यान रखकर आप अपने बच्चे को स्वस्थ रख सकते हैं।